जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को लडभड़ोल तहसील क्षेत्र में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला।

मौके पर विद्यार्थियों के लिए भाषण तथा काव्य पाठ प्रतियोगिताओं के साथ-साथ महाविद्यालय के पुस्कालय
विभाग द्वारा हिन्दी विषय की महत्वपूर्ण पुस्तकों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत कार्यक्रम
के संयोजक प्रो. संजीव कुमार के संबोधन के साथ हुई। इस आयोजन में काव्य पाठ प्रतियोगिता के अंतर्गत दस
प्रतिभागियों ने दिल को छू लेने वाली प्रस्तुतियां दी। इसके तहत स्वाति, पल्लवी व अंशिका क्रमश: प्रथम,
द्वितीय व तृतीय स्थान पर रही। भाषण प्रतियोगिता में स्वाति, मुस्कान व कोमल ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व
तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों ने हिंदी दिवस के अवसर पर आत्मविश्वास के साथ प्रेरक विचारों
से भरपूर प्रस्तुतियां दी। विद्यार्थियों ने बताया कि हिन्दी भाषा सरल होने के साथ-साथ हमारी संस्कृति व
मूल्यों की भी पहचान है। इस आयोजन में महाविद्यालय के लगभग सभी विद्यार्थियों ने जबकि दोनों
प्रतियोगिताओं में कुल 1
5 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस मौके पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. संजीव कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वास्तव में
भाषा जीवन का आधार है। इस परिप्रेक्ष्य में हिंदी महज एक विषय नहीं है, बल्कि एक जीवन जीने की कला है।
ये हमारी संस्कृति की धरोहर को संजोए रखने तथा उसका विकास करने में सहायक रही है। उन्होंने बताया कि
आधुनिक तकनीकों के साथ हिन्दी भाषा ने जिस तरह तालमेल बिठाया है उसके कारण वैश्विक स्तर पर हिन्दी
का प्रयोग व स्वीकार्यता तेजी से बढ़ी है। इस अवसर पर उन्होंने कार्यक्रम संयोजक सहित सभी विजेताओं,
विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों को सहयोग व सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
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