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आंगनवाड़ी विभाग से हेल्पर पद से दो आंगनवाड़ी हेल्पर हुई सेवानिवृत्त!

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🔴लडभड़ोल (मिन्टु शर्मा)आंगनवाड़ी सर्कल लड भडोल के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र ममाण की हेल्पर श्रीमती भानो देवी 60 वर्ष आयु पूर्ण होने पर आज सेवानिवृत हो गईं। साथ ही सर्किल खदर से आंगनबाड़ी केंद्र मांगडोल के हेल्पर माया देवी ने 60 वर्ष आयु  पूर्ण होने पर सेवानिवृत हुईं।इनका कार्यकाल सराहनीय रहा। आज अपने आखिरी दिन की हाजिरी लगाते हुए इन्होंने स्टाफ तथा अन्य लोगों को नाम आंखों से विभाग को अलविदा कहा। इस अवसर पर समस्त आंगनबाड़ी स्टाफ तथा परिजनों ने हार पहना कर उनका जोरदार स्वागत किया। सुपरवाइजर चूड़ामणि तथा पूरे स्टाफ ने मिलकर भानु देवी को सूट और कंबल और माया देवी को सूट और मिक्सी तोहफे के तौर पर भेंट की। आंगनबाड़ी के सुपरवाइजर चूड़ामणि का संपूर्ण स्टाफ ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान इनका व्यवहार सराहनीय रहा।

भूमि बहने के बाद भी शुरू नहीं हुआ ब्यास का तटीकरण प्रभावित किसानों ने सरकार के प्रति जताया रोष, कहा- राहत के नाम पर मात्र औपचारिकता


 लडभड़ोल  (मिंटू शर्मा)  खड़ीहार पंचायत के डोल व गदियाड़ा के किसानों की करीब 28 हैक्टेयर उपजाउ भूमि बाढ़ में बह जाने के बाद भी ब्यास नदी के तटीयकरण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। करीब 22 करोड़ की धनराशी पूर्व भाजपा सरकार के समय में फल्ड प्रोटक्शन के तहत स्वीकृत हुए हैं। बावजूद उसके भी किसानों व बागवानों की उपजाउ भूमि को सुरक्षित बचाने के लिए यह कार्य अभी भी ठप्प पड़ा हुआ है।  डोल व गदियाड़ा गांव के प्रभावित किसान मोलक राम, गोपाल बिष्ठ, गोबिंद राम, जानकी देवी, बालम राम, अंजू, सुरेंद्र बिष्ठ, तारा चंद, आंकाक्षा, रोशन लाल और ज्ञान चंद ने बताया कि आठ व नौ जुलाई को ब्यास नदी में अचानक आई बाढ़ से करीब 20 किसान परिवारों की 28 हैक्टेयर भूमि पानी के तेज बहाव में बह गई थी। इस दौरान किसानों के द्वारा रोपी गई फसलों में शामिल हल्दी, अदरक, आम, लीची के सैंकड़ों पौधे भी तबाह हो गए। इससे किसानों को लाखों रूपये का नुकसान पहंुचा था। प्रशासनिक अधिकारियों ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया और महज दस से 15 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर ब्यास नदी के तटीयकरण के कार्य को जल्द शुरू करने का भरोसा दिलाया था  लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य ठप्प पड़ा हुआ है।जोगेंद्रनगर में मानसून सीजन में प्रभावित किसान व बागवानों को सरकार व प्रशासन से मिलने वाली यथासंभव सहायता का फोरी राहत का लाभ दिलाया जा चुका है। पुनर्वास के कार्य अभी भी जारी हैं। खड़ीहार पचंायत में ब्यास नदी के तटीयकरण का कार्य क्यों रफतार नहीं पकड़ पा रहा है। इससे सबंधित विभाग के अधिकारियों से पुनः जवाब तलब किया जाएगा।

कृष्ण कुमार शर्मा, एसडीएम जोगेंद्रनगर।


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