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अखिलेश्वर महादेव मंदिर बनांदर में हवन यज्ञ के साथ तीन दिवसीय बनांदर मेले की हुई स्थापना

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तहसील लडभड़ोल के प्रसिद्ध कई दशकों आयोजित होने वाले तीन दिवसीय बनांदर मेले की स्थापना वीरवार को अखिलेश्वर महादेव मंदिर बनांदर में विधिवत हवन एवं पूजा अर्चना के साथ की गई। इस मेले की स्थापना मेला कमेटी बनांदर के प्रधान अनित ठाकुर द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। इस मौके पर मेला कमेटी बनांदर के प्रधान अनित ठाकुर मेला कमेटी के उपप्रधान कुलविंदर सचिव संतोष कुमार ग्राम पंचायत ममाण-बनांदर के प्रधान महेंद्र आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे। बता दे कि मेले में दुकान में सजाने भी शुरू हो गई है और मंच को भी सजाया जा रहा है। मेला कमेटी बनांदर के प्रधान अनित ठाकुर ने कहा कि इस तीन दिवसीय मेले के दौरान जहां महिला और पुरुष की विभिन्न अलग अलग खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। उन्होंने कहा कि वीरवार और शुक्रवार को रात्रि सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी।जिसमें क्षेत्रीय और दूसरे क्षेत्रों के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। उन्होंने कहा कि वीरवार को होने वाली सांस्कृतिक संध्या में मुख्यअतिथि के तौर पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव ठाकुर प्रेमनाथ शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल शुक्रवार को वॉलीबॉल सीनियर...

बधाई हो आजीविका स्वयं सहायता समूह बाग की संचालिका राजकुमारी ने बनाया चंबा रुमाल, राष्ट्रपति से मिला सम्मान लडभड़ोल का नाम किया रोशन ।

 


जोगिंद्रनगर/लडभड़ोल  (मंडी)। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन अमृत उद्यान उत्सव में मंडी जिले के जोगिंद्रनगर में तैयार चंबा रुमाल को राष्ट्रपति से सम्मान मिला है। आजीविका स्वयं सहायता समूह की संचालिका राजकुमारी ने इस रुमाल को बनाया है। स्वयं राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू ने रुमाल पर की गई नक्काशी की सराहना की है। राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय स्तरीय इस समारोह में देशभर की करीब दस हजार स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की अनूठी हस्तकलाओं की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही।

इसमें मंडी जिले के कुल 21 स्वयं सहायता समूहों में शामिल जोगिंद्रनगर की आजीविका स्वयं सहायता समूह की संचालिका राजकुमारी ने भी अपने घरेलू उत्पादों के साथ शिरकत की। बताया कि इस कार्यक्रम में महिलाओं की ओर से निर्मित उत्पादों को राष्ट्रपति को भेंट किया गया। इसमें उनकी ओर से तैयार चंबा रुमाल भी शामिल रहा। चंबा रुमाल 550 रुपये तक बिक रहा है। राजकुमारी मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के तहत प्रशिक्षण केंद्र चलाकर दो साल से 20 महिलाओं को अनूठी हस्तकला का प्रशिक्षण दिलाया। इसके लिए उन्हें सरकार से साढ़े 22 हजार की प्रोत्साहन राशि भी मिली। संवाद

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