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अखिलेश्वर महादेव मंदिर बनांदर में हवन यज्ञ के साथ तीन दिवसीय बनांदर मेले की हुई स्थापना

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तहसील लडभड़ोल के प्रसिद्ध कई दशकों आयोजित होने वाले तीन दिवसीय बनांदर मेले की स्थापना वीरवार को अखिलेश्वर महादेव मंदिर बनांदर में विधिवत हवन एवं पूजा अर्चना के साथ की गई। इस मेले की स्थापना मेला कमेटी बनांदर के प्रधान अनित ठाकुर द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। इस मौके पर मेला कमेटी बनांदर के प्रधान अनित ठाकुर मेला कमेटी के उपप्रधान कुलविंदर सचिव संतोष कुमार ग्राम पंचायत ममाण-बनांदर के प्रधान महेंद्र आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे। बता दे कि मेले में दुकान में सजाने भी शुरू हो गई है और मंच को भी सजाया जा रहा है। मेला कमेटी बनांदर के प्रधान अनित ठाकुर ने कहा कि इस तीन दिवसीय मेले के दौरान जहां महिला और पुरुष की विभिन्न अलग अलग खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। उन्होंने कहा कि वीरवार और शुक्रवार को रात्रि सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी।जिसमें क्षेत्रीय और दूसरे क्षेत्रों के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। उन्होंने कहा कि वीरवार को होने वाली सांस्कृतिक संध्या में मुख्यअतिथि के तौर पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव ठाकुर प्रेमनाथ शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि 11 अप्रैल शुक्रवार को वॉलीबॉल सीनियर...

ऐहजु में कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों की हुई स्वास्थ्य जांच,पोषणयुक्त आहार बारे बताया बाल विकास परियोजना चौंतड़ा के माध्यम से वृत ऐहजु के बच्चों की करवाई स्वास्थ्य जांच

 

जोगिन्दर नगर, 24 मार्च-बाल विकास परियोजना चौंतड़ा के माध्यम से वृत ऐहजु के कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों की गीता भवन ऐहजु में स्वास्थ्य जांच करवाई गई। जिसमें कोई भी बच्चा अति कुपोषित श्रेणी में नहीं पाया गया है। कुपोषित श्रेणी में शामिल हुए बच्चों बारे उनके अभिभावकों को पोषणयुक्त आहार संबंधी विस्तृत जानकारी दी गई।
इस बारे जानकारी देते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी चौंतड़ा बीआर वर्मा ने बताया कि एसडीएम जोगिन्दर नगर के निर्देशानुसार आज वृत ऐहजु के कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जांच करवाई गई। जांच में कोई भी बच्चा अति कुपोषित श्रेणी में नहीं पाया गया है। साथ ही कुपोषित श्रेणी में पाए गए बच्चों के अभिभावकों को पोषणयुक्त आहार बारे भी विस्तृत जानकारी दी गई।
उन्होने बताया कि डॉ. मोनिका राणा ने ऐहजु वृत के कुपोषित व अति कुपोषित श्रेणी में शामिल 16 बच्चों में से 10 की स्वास्थ्य जांच करवाई गई। जिनमें से कोई भी बच्चा अति कुपोषित श्रेणी में नहीं पाया गया है। साथ ही जो बच्चे कुपोषण श्रेणी में शामिल हुए हैं, उनके अभिभावकों को पोषणयुक्त आहार देने की जानकारी भी दी।
अभिभावकों को बताया गया कि पहले 6 माह तक केवल मां का दूध ही बच्चों को आहार के रूप में दिया जाना चाहिए। 6 माह के पश्चात मां के दूध के अलावा अतिरिक्त पौष्टिक आहार भी बच्चों के भोजन में शामिल करें। जिसमें मौसमी फल व सब्जियों  के साथ-साथ ड्राई फ्रूट को भी शामिल कर सकते हैं। अतिरिक्त पोषणयुक्त आहार से न केवल बच्चा स्वस्थ रहेगा बल्कि उसका सही शारीरिक व मानसिक विकास भी होगा।



 

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